विषय- हिन्दी
(कक्षा-11)
कोविड-19 महामारी के कारण शैक्षिक सत्र 2020-21 में विद्यालयों में समय से पठन-पाठन का कार्य न हो पाने की स्थिति में सम्यक विचारोपरान्त विषय विशेषज्ञों की समिति द्वारा निम्नवत् 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम किये जाने की अनुशंसा की गयी है:-
खण्ड-क
गघ हेतु-
1-रायकृष्ण दास-आनन्द की खोज, पागल पथिक
2-रामवृक्ष बेनीपुरी- गेहूँ बनाम गुलाब
काव्य हेतु-
1-मलिक मोहम्मद जायसी- नागमती वियोग-वर्णन
2-केशवदास- स्वयंवर-कथा, विश्वामित्र और जनक की भेंट
3-विविधा- सेनापति, देव, घनानन्द
4-कविवर बिहारी- भक्ति एवं श्रृंगार।
कथा साहित्य-
1- भगवती चरण वर्मा- प्रायश्चित
खण्ड-ख
संस्कृत दिग्दर्शिका
1-लोभः पापस्य कारणम।
2- चतुरश्चौर
संस्कृत एवं हिन्दी व्याकरण-
व्यंजन सन्धि- झलांजशझशि, खरिच, मोऽनुस्वारः तोर्लि, अनुस्वारस्यययि पर सवर्णः ।
विसर्ग सन्धि- अतोरोरप्लुतादप्लुते, हशिच, रोरि।
समास- बहुव्रीहि।
संज्ञा- राजन्, जगत् सरित।
सर्वनाम-सर्व, इदम्, यद।
धातु रूप- (परस्मैपदी) स्था, पा, नी, दा, कृ, चुर
प्रत्यय- तब्यत्, अनीयर।
वतुप।
विभक्ति- स्वधालंबषट्योगाच्च, षष्ठीशेषे, यतश्चनिर्धारण
म।
काव्य सौन्दर्य के तत्व – छन्द-
(1) वर्णवृत्त-इन्द्रवजा, उपेन्द्रवजा, सवैया, मत्तगयंद, सुमुखी, सुन्दरी, बसन्ततिलका (लक्षण एवं उदाहरण)
(2) मुक्तक-मनहर (लक्षण एवं उदाहरण)
उपर्युक्त के अनुक्रम में 70 प्रतिशत का पाठ्यक्रम निम्नवत् है-
1-हिन्दी-कक्षा-11
इस विषय में 100 अंकों का एक प्रश्नपत्र तीन घण्टे का होगा। सम्पूर्ण प्रश्नपत्र दो खण्डों में विभाजित है-
क- गद्य, पद्य, खण्ड काव्य, नाटक और कहानी।
ख- संस्कृत- गद्य, पद्य, निबन्ध, काब्य सौन्दर्य के तत्व, संस्कृत व्याकरण और अनुवाद ।
खण्ड-क (अंक-50) पूर्णांक-100
1-हिन्दी गद्य का विकास (गद्य की पाठ्य पुस्तक में दिये गये पाठों पर आधारित विभिन्न कालों में गद्य की भाषा-संरचना, विधाओं में परिवर्तन, युग-प्रवर्तक लेखकों का योगदान एवं प्रमुख रचनाएं ( वस्तुनिष्ठ प्रश्न)।
1x5=5अंक
2-काव्य साहित्य का विकास (विविध कालों की काव्य प्रवृत्तियाँ, उनमें परिवर्तन, प्रतिनिधि कवि एवं उनकी प्रमुख कृतियाँ), वस्तुनिष्ठ प्रश्न।
1X5-5 अंक
3- पाठयक्रम में निर्धारित गद्यांशों पर आधारित पांच प्रश्न।
2X5-10 अंक
4- पाठयक्रम में निर्धारित पद्यांशों पर आधारित पांच प्रश्न। 2X5-10 अंक
5(क)-संकलित गघ के पाठों के लेखकों का साहित्यिक परिचय, जीवनी, कृतियाँ तथा भाषा शैली(शब्द सीमा अधिकतम80) 3+2=5 अंक
(ख)-काव्य-सौष्ठव-कवि परिचय, जीवनी, कृतियाँ, साहित्यिक विशेषताएँ- (शब्द सीमा अधिकतम 80) 3+2=5 अंक
6- कहानी-चरित्र-चित्रण, कहानी के तत्व एवं तथ्यों पर आधारित लघु उत्तरीय (शब्द सीमा अधिकतम 80) 5x1=5अंक
7- नाटक-निर्धारित नाटक की विशेषताएँ एवं पात्रों के चरित्र चित्रण पर आधारित लघु उत्तरीय प्रश्न(शब्द सीमा अधिकतम 80) 5x1=5अंक
खण्ड-ख (अंक-50)
8(क)-पठित पाठ्य पुस्तक के निर्धारित पाठों के संस्कृत गद्य का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद 2+5=7 अंक
(ख)- पठित पाठ्य पुस्तक के निर्धारित पाठों के संस्कृत पद्य का संदर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद 2+5=7 अंक
9-पाठों पर आधारित अति लघु उत्तरीय प्रश्नों का संस्कृत में उत्तर (कोई दो प्रश्न करना है)। 2+2=4 अंक
10-काव्य सौन्दर्य के तत्व-
(क) सभी रस-(परिभाषा, उदाहरण एवं पहचान) 1+1=2अंक
(ख)-अलंकार (1) शब्दालंकार-अनुप्रास, यमक, श्लेष (परिभाषा अथवा उदाहरण) 2 अंक
(2) अर्थालंकार-उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, सन्देह, भ्रान्तिमान, अन्वय, प्रतीप, दृष्टान्त तथा अतिशयोक्ति (परिभाषा अथवा उदाहरण)
(ग) छन्द (1) मात्रिक-चौपाई, दोहा, सोरठा, रोला, कुण्डलिया, हरिगीतिका, वरवै (लक्षण एवं उदाहरण) 1+1=2 अंक
11-निबन्ध-हिन्दी में मौलिक अभिव्यक्ति। दिये हुए विषय पर निबन्ध, (जनसंख्या, पर्यावरण, स्वास्थ्य शिक्षा आदि की जानकारी हेतु इन विषयों पर भी निबन्ध पूंछे जायेंगें)। 2+7=9 अंक
संस्कृत व्याकरण- (क्रम संख्या 13 एवं 14 से वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूंछे जायेंगे)
12- क-सन्धि-(1) स्वर सन्धि-एचोऽयवायावः एडः पदान्तादति, एडपररूपम् 1x3-3 अंक
(2) व्यंजन-स्तोः श्चुनाश्चुः, ष्टुनाष्टुः,
(3) विसर्ग-विसर्जनीयस्य सः, सजुषोरूः,
(ख)- समास-अव्ययीभाव कर्मधारय । 1+1=2 अंक
13-(क) शब्दरूप (1) संज्ञा-आत्मन्, नामन, । 1+1=32 अंक
(ख)-धातुरूप-लट्, लोट, विधिलिङ्ग, लङ, लुट1+1=2 अंक
(ग)-प्रत्यय (1) कृत-क्त, क्त्वा, 1+1=2 अंक
(2) तद्धित-त्व, मतुप,
(घ)-विभक्ति परिचय-अभितः परितः, समयानिकषाहाप्रतियोगेऽपि, यनाड्विकारः, सहयुक्तेऽप्रधाने, नमः स्वस्तिस्वाहा। 1+1=2 अंक
14-हिन्दी वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद । 2+2=4 अंक
निर्धारित पाठ्य वस्तु (माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा निर्धारित अंश) का अध्ययन करना होगा।
खण्ड-क
पुस्तक का नाम |
लेखक का नाम |
पाठ का नाम |
1 | 2 | 3 |
गद्य हेतु निर्धारित पाठ्य वस्तु | 1-भारतेन्दु हरिश्चन्द्र | भारत वर्षोन्नति कैसे हो सकती है? |
2-आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी | महाकवि माघ का प्रभात वर्णन | |
3-श्याम सुन्दर दास | भारतीय साहित्य की विशेषताएँ | |
4-सरदार पूर्ण सिंह | आचरण की सभ्यता | |
5-डा0 सम्पूर्णानन्द | शिक्षा का उददेश्य | |
6-राहुल सांकृत्यायन | अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा सड़क सुरक्षा | |
काव्य हेतु निर्धारित पाठ्य वस्तु | 1-कबीरदास | साखी, पदावली |
2-सूरदास | विनय, वात्सल्य, भ्रमरगीत | |
3- तुलसीदास | भरत- महिमा, गीतावली, कवितावली, दोहावली, विनय पत्रिका। | |
4-महाकवि भूषण | शिवा-शौर्य, छत्रसाल प्रशस्ति | |
कथा साहित्य हेतु निर्धारित पाठ्य वस्तु | 1-प्रेमचन्द | बलिदान |
2-जयशंकर प्रसाद | आकाश दीप | |
3-यशपाल | समय | |
4-जैनेन्द्र कुमार | धूव यात्रा |
नाटक (सहायक पुस्तक) |
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क्र० सं० |
पुस्तक तथा लेखक |
प्रकाशक |
अनुदानित जिले |
1 | 1 कुहासा और किरण लेखक-श्री विष्णु प्रभाकर | भारतीय साहित्य प्रकाशन,204-ए वेस्ट एण्ड रोड, सदर, मेरठ। | मेरठ, आजमगढ़, मुरादाबाद, बलिया,रायबरेली, झांसी, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी, बदायूँ, पीलीभीत। |
2 | आन की मान लेखक-श्री हरिकृष्ण प्रेमी | कौशाम्बी प्रकाशन, दारागंज, प्रयागराज | वाराणसी, लखनऊ, इटावा, बरेली, फर्रुखाबाद, एटा, शाहजहांपुर, उन्नाव, हमीरपुर। |
3 | गरूड़ ध्वज लेखक-लक्ष्मी नारायण मिश्र | साहित्य भवन, प्रा०लि0, 93, के0पी0 कक्कड़ रोड़, प्रयागराज। | आगरा, गोरखपुर, जौनपुर, फैजाबाद, बिजनौर, फतेहपुर, गोण्डा, सीतापुर, प्रतापगढ़, बहराइच, ललितपुर। |
4 | सूत पुत्र लेखक-डा० गंगा सहाय ""प्रेमी"" | राम प्रसाद एण्ड सन्स, अस्पताल रोड, आगरा। | प्रयागराज, सहारनपुर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, गाजीपुर, मैनपुरी, जालौन, हरदोई, बाराबंकी। |
5 | राज मुकुट लेखक-श्री व्यथित ""हृदय"" | सिम्बुल लैंग्वेज कारपोरेशन अस्पताल रोड़, आगरा | कानपुर, बुलन्दशहर, मथुरा, बस्ती, मिर्जापुर, देवरिया, बांदा, रामपुर। |
नोट :-इसके अतिरिक्त अन्य जिलों/नवसृजित जिलों में नाटक पूर्व की भांति यथावत् पढ़ाये जायेंगे।
खण्ड-ख
संस्कृत दिग्दर्शिका
पाठ्य वस्तु
1-वन्दना
2-प्रयागः
3-सदाचारोपदेशः
4-हिमालयः
5-गीतामृतम्
6-चरैवेति-चरैवेति
7-विश्वबन्धाः कवयः,
8-सुभाषचन्द्रः।
आप को कैसे पता
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